cryptocurrencies: क्रिप्टोकरेंसी एक तकनीक का उपयोग करके काम करती है जिसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) कहा जाता है.
क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट.
इस समय मार्केट में 11,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. कोई भी कॉइन के स्ट्रॉन्ग कम्युनिटी ट्रांजेक्शन के आधार पर फेक कॉइन की पहचान कर सकता है.
IMF वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के अनुसार भारत की GDP प्रति व्यक्ति 2,190 डॉलर प्रति वर्ष है. अनुमान है कि 190 मिलियन भारतीय वर्तमान में बिना बैंक के हैं.
इथेरियम दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है. Giottus Cryptocurrency Exchange के को-फाउंडर और सीईओ विक्रम सुब्बुराज इसे आसान शब्दों में बताते हैं.
Cryptocurrency:क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता.
CoinDCX ने 668 करोड़ रुपये (9 करोड़ डॉलर) जुटाए हैं. फंडिंग राउंड के बाद कंपनी की वैल्यू 1.1 अरब डॉलर आंकी गई थी.
आपको भारत में एनएफटी बाजार के बारे में क्या बातें जरूर पता होनी चाहिए. पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं.
Cryptocurrencies: 22 जून को क्रिप्टो मार्केट में क्रैश देखा गया है. इसकी वजह क्रिप्टो माइनर्स पर चीन की लगाई गई सख्त पाबंदियां रही हैं
एक वैधानिक डिसक्लेमर जिसमें कहा जाए कि क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अधिक जानकारी हासिल करना जरूरी है, उसका हर विज्ञापन में होना अहम है.